इंफाल (Imphal)। मणिपुर में जारी हिंसा (Manipur Violence) को लेकर हालात बिगड़ते जा रहे हैं. इसी बीच बुधवार (14 जून) को उपद्रवियों ने पश्चिमी इम्फाल के लाम्फेल में स्थित मणिपुर के मंत्री (Manipur Minister) नेमचा किपगेन (Nemcha Kipgen) के घर में आग (Residence Burnt) लगा दी। अधिकारियों ने बताया कि जब बदमाशों ने मंत्री के सरकारी बंगले में आग लगाई तो किपगेन घर पर नहीं थे. आग की सूचना मिलते ही दमकलकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया।
किपगेन कुकी समुदाय (cookie community) के नेता हैं. आग के लिए अभी तक किसी समूह की जिम्मेदारी नहीं है. मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय (meitei community) की मांग के विरोध में तीन मई को आदिवासी एकजुटता मार्च के आयोजन के बाद हिंसक झड़पें शुरू हो गई थीं. जिसमें अब तक 100 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 310 से ज्यादा घायल हुए हैं. इसके अलावा हजारों लोग अपने घरों को छोड़ने के लिए मजबूर हुए हैं।
मणिपुर में जारी है हिंसा
बीती रात भी मणिपुर के खामेनलोक इलाके के एक गांव में संदिग्ध उपद्रवियों के हमले में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए. पुलिस ने बुधवार को बताया कि अत्याधुनिक हथियारों से लैस उपद्रवियों ने रात करीब एक बजे इंफाल पूर्वी जिले और कांगपोकी जिले की सीमा से लगे खामेनलोक इलाके के कुकी गांव को घेर लिया और हमला कर दिया।
राज्य में सेना और अर्धसैनिक बलों के जवान हैं तैनात
उन्होंने कहा कि इसके चलते हुई मुठभेड़ में दोनों पक्षों के लोग हताहत व घायल हुए हैं. तीन व्यक्ति लापता भी बताए जा रहे हैं. ये क्षेत्र मेइती-बहुल इंफाल ईस्ट जिला और आदिवासी बहुल कांगपोकपी जिले की सीमाओं से लगा हुआ है. राज्य में शांति बहाल करने के लिए सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया गया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी बीते दिनों मणिपुर का दौरा करके गए हैं. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।