नई दिल्ली: रूस के साथ जंग के बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोडिमिर जेलेंस्की आज शनिवार सुबह जापान के हिरोशिमा पहुंच गए, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. व्लोडिमिर जेलेंस्की से बातचीत में पीएम मोदी ने कहा कि युद्ध को मैं राजनीती या अर्थववस्था का मुद्दा नहीं मानता. यह मानवता का मुद्दा है. युद्ध की पीड़ा क्या होती है, यह आप लोग हमसे ज्यादा जानते हैं.
मैं आपकी और यूक्रेन की नागरिक की दुखों को भली भांती समझ सकता हूं. हमसे जो भी हो सकता है, हम आपके लिए करेंगे. इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद रहे. भारत, अमेरिका समेत दुनिया के ताकतवर नेता यहां जी7 शिखर सम्मेलन के लिए पहुंचे हुए हैं. हिरोशिमा पहुंचकर जेलेंस्की ने कहा कि ‘शांति बहुत करीब’ है. भारत यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल में यूक्रेन के समर्थन से दूर रहा है.
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि जापान, जी7 और सहयोगियों के साथ मीटिंग.. सुरक्षा और हमारी जीत के लिए सहयोग को बढ़ावा देगा. जेलेंस्की ने भारतीय समयानुसार करीब 2 बजे प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की. जी7 शिखर सम्मेलन के इतर दोनों नेताओं की यह मुलाकात हुई. प्रधानमंत्री मोदी इंडो-पैसिफिक आइसलैंड्स को-ऑपरेशन के तीसरे शिखर सम्मेलन में 22 मई को हिस्सा लेंगे.
जी7 शिखर सम्मेलन की शाम माना जा रहा है कि यूक्रेन के नाम होगा. जेलेंस्की की मौजूदगी में वैश्विक नेता खासतौर पर यूक्रेन संकट पर चर्चा करेंगे. इसके इतर प्रधानमंत्री मोदी क्वाड नेताओं के साथ भी मीटिंग करेंगे. यह मीटिंग पहले सिडनी में आयोजित होना था, लेकिन राष्ट्रपति जो बाइडेन के यात्रा रद्द करने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने मीटिंग रद्द कर दी थी. अब माना जा रहा है कि क्वाड नेता आज रात करीब 8 बजे मिलकर जरूरी मुद्दों पर चर्चा करेंगे. इस दरमियान रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की उम्मीद है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान जापान के हिरोशिमा शांति पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया. महात्मा गांधी की प्रतिमा भारत ने दोस्ती के प्रतीक के रूप में हिरोशिमा को दी है. प्रधानमंत्री शुक्रवार को जापान पहुंचे थे. प्रधानमंत्री अपने तीन दिवसीय विदेश यात्रा के दौरान 40 से ज्यादा कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. जापान दौरे के बाद प्रधानमंत्री पापुआ न्यू गिनी और फिर ऑस्ट्रेलिया जाएंगे.
जापानी मीडिया संस्थान के साथ इंटरव्यू में पीएम ने विस्तारवादी चीन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी7 समिट से कड़ा संदेश दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अपनी संप्रभुता और अखंडता की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. साथ ही भारत की तरफ से प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत समुद्री विवादों से शांतिपूर्ण तरीके से निपटने की वकालत की. चीन लगातार दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर में अपने विस्तारवादी एजेंडे को बढ़ावा दे रहा है. कई देशों के साथ उसके विवाद इसी को लेकर हैं.