देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानि शुक्रवार को केदारनाथ और बद्रीनाथ के दौरे पर हैं। इसके मद्देनजर केदारनाथ-बद्रीनाथ में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करते हुए चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी छठी बार केदारनाथ धाम पहुंचे हैं। इस दौरे के दौरान सबसे पहले प्रधानमंत्री बाबा केदारनाथ के धाम पहुंचे। यहां उन्होंने यहां मंत्रोच्चार के साथ ही विधि विधान के साथ भगवान शिव का पूजन किया। इसके बाद उन्होंने यहां गौरीकुंड से केदारनाथ को जोड़ने वाले एक अहम रोप-वे प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी है। इसके बाद वे बद्रीनाथ भी जाने वाले हैं। वहां वे कुछ प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे और रात में वहीं रुकेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी छठवीं बार बाबा केदारनाथ के दर्शन करने पहुंचे हैं। वे इससे पहले 3 मई 2017, 20 अक्टूबर 2017, 7 नवंबर 2018, 18 मई 2019 और 5 नवंबर 2021 को केदारनाथ धाम आ चुके हैं। इस दौरान भी उन्होंने कई परियोजनाओं की सौगात दी थी। इस बार वे यहां आदिगुरू शंकराचार्य की समाधिस्थल भी पहुंचे और इस दौरान उन्होंने इस क्षेत्र में हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण भी किया है।
बाबा शिव के पूजन और निर्माण कार्यों के निरीक्षण के बाद पीएम मोदी ने लगभग 946 करोड़ की लागत से बनने वाले सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे प्रोजेक्ट का भी शिलान्यास किया है। परियोजना से जुड़े नेशनल हाईवे लॉजिस्टक मैनेजमेंट लिमिटेड के अभियंता ने बताया कि प्रधानमंत्री को वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी के माध्यम से परियोजना के बारे में जानकारी दी गई और उन्होंने इस प्रोजेक्ट को बारीकी से समझा है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ में इस बार भी अपने खास पहनावे में नजर आए है। केदारनाथ मंदिर में पूजा अर्चना के बाद बाहर आकर उन्होंने जनता का अभिभावदन स्वीकार किया। उनके पहनावे ने हर किसी का ध्यान आकर्षित किया है। इस बार पीएम हिमाचल के खास परिधान चोला डोरा पहनकर पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि इसे हिमाचल प्रदेश की एक महिला ने हाथ से बनाकर पीएम को गिफ्ट किया था।
आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी भगवान बदरी विशाल के दर्शन पूजन करने के लिए कुछ ही देर में रवाना होने वाले है। यहां भी पीएम मोदी विकास कार्यों का निरीक्षण करेंगे और भारत के सीमांत गांव माणा के निकट जनसभा को भी संबोधित करेंगे। खास बात यह है कि इस बार उनका बद्रीनाथ में रात्रि विश्राम का कार्यक्रम भी है।