उत्तराखंड : उत्तराखंड में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते हुए लैंडस्लाइड के कारण सड़कें टूट गई हैं. इसके कारण यातायात बुरी तरह से प्रभावित है. वहीं मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि उत्तराखंड में अभी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा. ऐसे में केदारनाथ यात्रा को फिर से रोकने का फैसला किया गया है. लगातार खराब मौसम के कारण यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने केदारनाथ धाम जाने वाले यात्रियों को सोनप्रयाग और गौरीकुंड में रोक दिया है. बारिश के कारण 4 राज्य मार्ग और 10 संपर्क मार्ग मलबा आने से बंद हैं.
अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के कारण मंदाकिनी और अलकनंदा नदियां उफान पर हैं. उत्तराखंड में भारी बारिश के बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सोमवार को 12 जुलाई के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया. आईएमडी ने एक ट्वीट कर जानकारी दी कि उत्तराखंड और आसपास के इलाके व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 12 जुलाई को भारी से बहुत भारी वर्षा (115.6 से 204.4 मिमी) होने की संभावना है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए राज्य प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. राज्य में किए गए एहतियाती इंतजामों के बारे में बात करते हुए सीएम धामी ने कहा, ‘यहां हर साल मानसून के दौरान प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ता है. अत्यधिक वर्षा के कारण भूस्खलन होता है और नदियों का जल स्तर बढ़ जाता है. हम पूरी तरह से प्रभावित हैं. सभी जिला प्रशासन के अधिकारी और हमारे आपदा प्रबंधन के लोग अपना काम कर रहे हैं. उन सभी को किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए अलर्ट मोड में रहने के लिए कहा गया है.’
इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमारे अन्य संगठन भी इस पर काम कर रहे हैं. एनडीआरएफ, सेना और हमारा पीडब्ल्यूडी विभाग किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है और हम किसी भी स्थिति में लोगों की मदद के लिए लगातार उनके संपर्क में हैं. बता दें कि मंगलवार को उत्तराखंड के गंगनानी के पास गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर मलबा गिरने से चार लोगों की मौत हो गई और 10 लोग घायल हो गए. वहीं आज के लिए मौसम विभाग ने पौड़ी गढ़वाल, नैनीताल, चंपावत और उधम सिंह नगर जिले में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है.