कानपुर: हवाओं की दिशाएं बदल गई हैं और वातावरण में पर्याप्त नमी होने से 57 मिमी बारिश हो गई। इससे तापमान सामान्य हो गया और उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिल सकी। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी चार दिनों तक ऐसी ही बारिश होती रहेगी।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि मानसून की ट्रफ समुद्र तल पर जैसलमेर, उदयपुर, भोपाल, मंडला, रायपुर, सुबरनापुर, भुवनेश्वर और फिर दक्षिण पूर्व की ओर पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी से होकर गुजर रही है। विंड शीयर जोन दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के ऊपर 11 डिग्री उत्तर में समुद्र तल से 5.8 और 7.6 किमी के बीच देखा जा सकता है और यह ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है।
पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट के पास बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ को मध्य पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जाता है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वोत्तर राजस्थान और आसपास के इलाकों में बना हुआ है। 07 अगस्त को उत्तर पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है।
डॉ. पाण्डेय ने बताया कि अधिकतम तापमान 34.0 और न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 98 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 64 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं दक्षिण पूर्व रही जिनकी औसत गति 4.4 किमी प्रति घंटा रही। आगामी पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण 05 से 09 अगस्त के मध्य तेज हवाओं एवं गरज-चमक के हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।