Weather Report: देर रात हुई बारिश से मुंबई को मिली राहत, जानिए कब आपके राज्य पर मेहरबान होंगे इंद्रदेव…

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मुंबई: दक्षिण पश्चिम मानसून को लेकर उठ रहे सवालों के बीच मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि मानसून अपनी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। इस बीच गुरुवार को मुंबई में भारी बारिश हुई है। वहीं, यहां तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। हालांकि मुंबई में गुरुवार सुबह भी हल्की बारिश हुई। आज भी कई जगहों पर बारिश हो सकती है। इसके साथ ही कर्नाटक के मंगलुरु में डेरालाकट्टे के आसमान में बारिश के बाद इंद्रधनुष भी बनते देखा गया।

विभाग ने गुरुवार को कहा कि मानसून ने पिछले मंगलवार तक तय सीमा के साथ देश के पूर्वोत्तर हिस्सों में दस्तक दे दी है. विभाग ने संभावना जताई है कि अगले दो दिनों में मानसून पूरे महाराष्ट्र में पहुंच जाएगा, आज राज्य के कई हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है. विभाग के वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने बताया कि 31 मई से अब तक मानसून दक्षिण और मध्य अरब सागर, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान मानसून के कारण पूर्वोत्तर भारत में अच्छी बारिश हो रही है।

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक हरियाणा और पंजाब के ऊपर चक्रवाती हालात बनने से मौसम में बदलाव की संभावना है। इसका असर हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और दिल्ली-एनसीआर में देखा जा सकता है। दिल्ली के कुछ इलाकों में शुक्रवार दोपहर तक हल्की बारिश की संभावना है. वहीं अधिकतम पारा 43 और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया जा सकता है. मौसम में बदलाव से राहत लगातार दो दिनों तक जारी रहेगी। आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहने से पारा गिरने की संभावना है।

दक्षिण पश्चिम मानसून पर उन्होंने कहा कि मानसून में देरी नहीं होती है। महाराष्ट्र में मानसून के आने से तेज हवाएं चल रही हैं और इससे बादल बनने शुरू हो जाएंगे। आमतौर पर महाराष्ट्र में मानसून 10 जून को दस्तक देता है, लेकिन आईएमडी की घोषणा के बाद कहा जा सकता है कि इस बार इसमें एक दिन की देरी हो सकती है। जेनामणि ने कहा कि अगले दो दिनों में कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और गोवा के क्षेत्रों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां बहुत अनुकूल हैं।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली-एनसीआर और उत्तर पश्चिम भारत के अन्य हिस्सों में सप्ताहांत में अधिकतम तापमान में कुछ डिग्री की गिरावट आएगी। हालांकि 15 जून तक कोई बड़ी राहत मिलने की संभावना नहीं है। आईएमडी ने कहा कि नमी के साथ पुरवाई हवाएं 16 जून से इन हिस्सों को काफी राहत देगी। आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर.के. जेनामणि ने कहा, “गुरुवार को उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में लू की चेतावनी है, लेकिन तापमान में उल्लेखनीय वृद्धि की कोई भविष्यवाणी नहीं है।” गर्म और शुष्क हवाओं के कारण उत्तर पश्चिम और मध्य भारत 2 जून से लू की चपेट में है। उन्होंने आगे बताया कि चल रही हीटवेव की तीव्रता अप्रैल और मई में दर्ज की गई हीटवेव की तीव्रता से कम है, लेकिन प्रभाव का क्षेत्र समान है।

आईएमडी के अधिकारी ने बताया कि 12 जून से पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में प्री-मानसून गतिविधि देखी जा सकती है। वहीं, उत्तरी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश में सामान्य से अधिक तापमान बना रहेगा। दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में 11-12 जून को थोड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन बारिश की संभावना कम है. उन्होंने कहा कि इन हिस्सों में 16 जून के बाद से नमी भरी पुरवाई हवाओं के कारण बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं, जिससे गर्मी से काफी राहत मिलने की उम्मीद है। मानसून की सामान्य तिथि के बारे में उन्होंने कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।

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