भोपाल: बीते दो दिनों से राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अनेक हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। राजधानी भोपाल में मंगलवार सुबह से ही बारिश शुरू हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार इंदौर समेत प्रदेश के 37 शहरों में भी बारिश होगी। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान बाढ़ की आशंका जताई है। नदी किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। हालांकि, ग्वालियर-चंबल, बघेलखंड को अभी बारिश का इंतजार है।
लगातार बारिश के कारण प्रदेश के कई जिलों में नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। घरों में पानी भर गया। आम रास्तों से लेकर हाईवे तक से बारिश का पानी ओवरफ्लो हो गया। नर्मदापुरम के बनखेड़ी में एक बाइक सवार बह गया, तो छिंदवाड़ा जिले में नदी के तेज बहाव में फंसे बोलेरो सवारों को ग्रामीणों ने सुरक्षित निकाल लिया। बारिश के चलते विदिशा और रायसेन जिलों में भी हालत खराब हैं। ओबेदुल्लागंज-बैतूल हाईवे पर यातायात बंद है। प्रदेश में बारिश के हालात को देखते हुए सभी 52 जिला मुख्यालयों पर इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर स्थापित किए गए हैं। 96 क्विक रिस्पॉन्स टीम तैनात हैं।
भोपाल में हो चुकी सीजन के कोटे की आधी बारिशः दो दिन की बारिश से पूरे भोपाल में पानी-पानी हो गया। यहां रविवार रात से लेकर सोमवार दोपहर तक 3 इंच बारिश हो गई। 48 घंटे में 20 दिन की जरूरत के बराबर 9 इंच पानी बरस गया। भोपाल में अब तक सीजन के कोटे 42.05 इंच से लगभग आधी यानी 18.22 इंच बारिश हो चुकी है। भोपाल समेत कैचमेंट एरिया में हो रही बारिश के कारण 24 घंटे में बड़े तालाब के लेवल में 2 फीट का इजाफा हुआ है। रविवार को तालाब का जलस्तर 1659.75 फीट पर था जो सोमवार शाम को बढ़कर 1661.80 हो गया। अब भदभदा के गेट खुलने के लिए 5 फीट पानी की और जरूरत है। बड़े तालाब अब फुल टैंक लेवल 1666.80 फीट है।
मौसम विभाग ने जारी किया आरेंज अलर्टः मौसम केंद्र ने मंगलवार को भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, शहडोल संभागों समेत प्रदेश के कई इलाकों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वर्तमान में दक्षिणी ओड़िशा तट के पास निम्न दाब क्षेत्र चक्रवात के साथ एक्टिव है। मानसून ट्रफ बीकानेर-जयपुर, गुना, जबलपुर, पेन्ड्रा रोड और निम्न दाब क्षेत्र से होते हुए पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैला है। गुजरात से उत्तरी केरल तट के समानांतर ट्रफ है। इसी के कारण भोपाल, विदिशा, रायसेन, छिंदवाड़ा समेत मध्यप्रदेश में ज्यादा बारिश हो रही है।