नई दिल्ली: ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भले ही सीधे तौर पर विपक्ष पर कोई सियासी तंज नहीं कसा लेकिन इशारों में यूपी के लिए पहले की जाने वाली आलोचना का जिक्र कर उन्होंने कई संदेश दिए। संकेत यह कि मिशन-2024 में भारतीय जनता पार्टी और उसकी सरकार अपने विकास कार्यों, किसानों और युवाओं के लिए किए गए कामों को हथियार बनाकर सियासी रण में न केवल उतरेगी बल्कि विपक्ष को इसी के सहारे घेरेगी भी। करीब 27 मिनट के संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरा फोकस विकास कार्यों, विकास के लिए दिए गए बजट, योगी और अपनी सरकार के कामकाज पर रखा।
उन्होंने इसके जरिए यूपी को देश की समृद्धि से न केवल जोड़ा बल्कि उसे देश का ग्रोथ ड्राइवर करार देते हुए विपक्ष को आइना भी दिखाया। पीएम ने कहा कि पहले कहा जाता था कि यूपी की कानून-व्यवस्था सुधरना तो मुश्किल और विकास तो नामुमकिन है। यूपी के बारे में लोगों ने उम्मीद ही छोड़ दी थी। इसके जरिए प्रधानमंत्री ने विपक्ष को यह संदेश की कोशिश की कि अब योगी सरकार उनकी सरकारों से बेहतर काम कर रही है और योगी सरकार के कामकाज मिशन-2024 के दौरान भाजपा के तरकश में विपक्ष के खिलाफ तीर के रूप में इस्तेमाल किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने किसानों के लिए मोटे अनाज की ग्लोबल ब्रांडिंग करने, उन्हें ज्यादा संसाधन देकर लागत घटाने जैसे मुद्दे उठा कर अन्नदाता को यह संदेश देने की कोशिश की कि चाहे मंच कोई भी हो, उन्हें किसानों की चिंता रहती है। पीएम ने मोटे अनाज की दुनिया में ब्रांडिंग के बहाने किसानों को यह समझाने की कोशिश की कि अब उनके खेतों में पैदा होने वाला मोटा अनाज भी सोना बन जाएगा। दुनिया में मांग बढ़ेगी तो उनकी आय खुद बढ़ जाएगी।
प्रधानमंत्री ने योगी सरकार की सराहना कर बड़ा संदेश देने की कोशिश की। गौरतलब है कि सुशासन और कानून-व्यवस्था के सहारे ही प्रदेश में 37 साल बाद कोई सरकार दोबारा सत्तारूढ़ हुई थी। पीएम नरेंद्र मोदी सियासी समर और उससे पहले भी योगी की लगातार तारीफ करते रहे हैं। मिशन-2024 से पहले एक बार फिर योगी की तारीफ के सियासी निहितार्थ निकाले जाएं तो हैरत नहीं। दरअसल, इसके जरिये संदेश देने की कोशिश की जाती रही है कि योगी के अलावा कोई दूसरा विकल्प तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था के लिए मुफीद नहीं होगा।
कहना गलत न होगा कि उद्योगपतियों ने भी कुछ इसी तर्ज पर योगी और यूपी को उपयोगी वाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंत्र दोहरा कर संदेश देने की कोशिश की कि उद्योग जगत भी उनके साथ सहज है और विकास के पथ पर आगे बढ़ने के लिए उत्साहित है। शायद यही वजह रही कि सभी उद्योगपतियों ने केंद्र में मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की सराहना करने में कोई गुरेज नहीं किया।