अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन की मिडिल ईस्ट बार-बार जाने की क्या है वजह, तीन महीने में किया चौथा दौरा
नई दिल्ली (New Delhi) । अमेरिका (America) के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) मिडिल ईस्ट के दौरे पर हैं. बीते तीन महीनों में ये उनका मिडिल ईस्ट का चौथा दौरा है. इस दौरे के तहत उन्होंने रविवार को जॉर्डन के किंग और विदेश मंत्री (King and Foreign Minister of Jordan) से मुलाकात की. इसके साथ ही उन्होंने राजधानी अम्मान में विश्व खाद्य कार्यक्रम के एक वेयरहाउस का दौरा किया.
इस दौरान उन्होने मिडिल ईस्ट के दौरे के दौरान कई अहम मुलाकातें की. ब्लिंकन शनिवार को जॉर्डन पहुंचे और रविवार को किंग अब्दुल्ला से मुलाकात की. इसके बाद वह कतर और संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर रवाना हो गए. किंग अब्दुल्ला ने ब्लिंकन को बताया कि गाजा में तत्काल सीजफायर के लिए इजरायल पर दबाव बनाने के लिए अमेरिका की अहम भूमिका थी. जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमान सफादी ने ब्लिंकन से मुलाकात में इजरायल और फिलिस्तीन के लिए टू स्टेट सॉल्यूशन के आधार पर वेस्ट बैंक और गाजा को एक साथ लाने की संभावना पर चर्चा की.
ब्लिंकन का ये दौरा ऐसे समय में हुआ, जब बेरूत में ड्रोन हमले में हमास के एक नेता को मार गिराया गया था. ब्लिंकन इससे पहले भी मिडिल ईस्ट का दौरा कर चुके हैं. उन्होंने नवंबर में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की थी. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने भी इजरायल के पीएम नेतन्याहू, कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमाद अल थानी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी से मिडिल ईस्ट की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने का आह्वान किया.
बता दें कि ब्लिंकन इजरायल और वेस्ट बैंक का भी दौरा करेंगे. वह पांच अरब देशों मिस्र, जॉर्डन, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दौरे पर हैं. इन दौरों के दौरान वह गाजा में मानवीय सहायता बढ़ाने को लेकर चर्चा कर रहे हैं.