नई दिल्ली: अक्सर विपक्षी दलों द्वारा केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा जाता है कि, मोदी सरकार केवल मंदिर ही बनवा रही है, स्कूल नहीं। लेकिन अब इसके आधिकारिक आंकड़े सामने आ गए हैं और उन आंकड़ों के मुताबिक, देश में 2020-21 के दौरान 70 नए विश्वविद्यालय शुरू किए गए, जिसके चलते कुल विश्वविद्यालयों या विश्वविद्यालयों जैसे संस्थानों की तादाद बढ़कर 1,113 हो गई है। यही नहीं, इसी एक साल में पूरे देश में 1,453 नए कॉलेज भी शुरू किए गए। अब 43,796 कालेज देश में उच्च शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। ये आंकड़े केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की तरफ से रविवार (29 जनवरी) को जारी किए गए उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण में सामने आए हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि एक साल में उच्च शिक्षा में 47,914 शिक्षक भी बढ़े हैं।
पहली बार उच्च शिक्षा में 4 करोड़ से अधिक स्टूडेंट्स:-
सर्वेक्षण के अनुसार, देश में सर्वाधिक विश्वविद्यालय राजस्थान में हैं। यहां इनकी तादाद 92 है। इसके बाद उत्तर प्रदेश में 84 और गुजरात में 83 यूनिवर्सिटी हैं। उच्च शिक्षा में पहली बार स्टूडेंट्स का नामांकन चार करोड़ के आंकड़े को पार करके 4.14 करोड़ तक पहुंचा है। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान में स्टूडेंट्स के नामांकन में अच्छा इजाफा हुआ है। वहीं, यदि वृद्धि की बात करें, तो यह 2019-20 के मुकाबले 7.5 फीसद अधिक और 2014-15 मुकाबले 21 फीसद अधिक रही।
छात्राओं की तादाद में भी जबरदस्त इजाफा :-
रिपोर्ट में बताया गया है कि, उच्च शिक्षा में छात्राओं की तादाद में भी लगातार वृद्धि हो रही है और यह 2 करोड़ के पार पहुंच पहुंची है। 2019-20 में छात्राओं की संख्या में 19 लाख की वृद्धि हुई है। सर्वेक्षण की रिपोर्ट में अनुसार, कुल नामांकित स्टूडेंट्स में से स्रातक स्तर पर 79.06 फीसद और स्रातकोत्तर स्तर पर 11.50 फीसद हैं। स्रातक स्तर की बात करें तो सर्वाधिक विद्यार्थी कला विषयों की पढ़ाई कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, कला की पढ़ाई 33.5 फीसद स्टूडेंट्स, विज्ञान की पढ़ाई 15.5 फीसद, वाणिज्य की पढ़ाई 13.9 फीसद और इंजीनियरिंग व प्रौद्योगिकी की पढ़ाई 11.9 फीसद विद्यार्थी कर रहे हैं।
SC-ST और OBC वर्ग के स्टूडेंट्स बढे:-
रिपोर्ट में अनुसार, 2014-15 के मुकाबले अनुसूचित जाति (SC) वर्ग के विद्यार्थियों की तादाद में 28 फीसद और SC छात्राओं की तादाद में 38 फीसद का जबरदस्त इजाफा हुआ है। सर्वेक्षण के अनुसार, 2014-15 के मुकाबले अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के विद्यार्थियों की तादाद में 47 फीसद और एसटी छात्राओं की संख्या में 63.4 फीसद की शानदार बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं, 2014-15 के आधार पर देखें तो अन्य पिछड़े वर्ग (OBC) के स्टूडेंट्स की संख्या में 32 फीसद और OBC छात्राओं की संख्या में 39 फीसद की वृद्धि हुई है। सर्वेक्षण 2020-21 में 2014-15 के मुकाबले पूर्वोत्तर क्षेत्र के विद्यार्थियों की संख्या में 34 फीसद और पूर्वोत्तर क्षेत्र की छात्राओं की संख्या में 34 फीसद का इजाफा दर्ज किया गया है।
बता दें कि, मंत्रालय, 2011 के बाद से उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण आयोजित कर रहा है, जिसमें भारतीय क्षेत्र में स्थित सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को शामिल किया गया है और देश में उच्च शिक्षा दी जा रही है। सर्वेक्षण विभिन्न मापदंडों पर विस्तृत जानकारी जुटाता है, जैसे विद्यार्थी नामांकन, शिक्षक के आंकड़े, अवसंरचना संबंधी जानकारी, आर्थिक जानकारी आदि। सर्वेक्षण 2020-21 में पहली बार, HEI (Higher education institution) ने ‘वेब डेटा कैप्चर’ प्रारूप के जरिए पूरी तरह से ‘आनलाइन डेटा’ संग्रह मंच का उपयोग करके आंकड़े भरे हैं।