नोएडा: नोएडा की ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में महिला से गाली गलौज और अभद्रता करने वाले आरोपी श्रीकांत त्यागी ने जेल से प्रार्थना पत्र लिखकर अपनी जान को खतरा बताया है। जेल अधीक्षक ने आरोपी श्रीकांत त्यागी के प्रार्थना पत्र को पुलिस कमिश्नर को भेजा है। श्रीकांत त्यागी ने पत्र के जरिये पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है। जिला जेल में बंद आरोपी श्रीकांत त्यागी को अपनी जान का डर सता रहा है। इसके चलते उसने पुलिस सुरक्षा की मांग करते हुए प्रार्थना पत्र लिखा है। श्रीकांत त्यागी ने लिखा है कि उनका मामला सोशल मीडिया पर काफी प्रसारित किया गया है, जिससे उन्हें लोगों से अपनी जान का खतरा बना हुआ है। जेल अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह ने बताया कि श्रीकांत त्यागी द्वारा एक प्रार्थना पत्र लिखा गया है, जिसे पुलिस कमिश्नर को भेज दिया गया है।
श्रीकांत त्यागी की शनिवार को कोर्ट में पेशी हुई थी। अभी अगली पेशी के लिए कोई तारीख जेल प्रशासन को नहीं मिली। किसान नेता मांगेराम त्यागी मंगलवार को श्रीकांत त्यागी से मिलने जिला जेल पहुंचे थे। किसान नेता मांगेराम त्यागी द्वारा श्रीकांत त्यागी से मुलाकात करने पर त्यागी समाज द्वारा फिर से किसी बड़े आंदोलन की आशंका जताई जा रही है। त्यागी समाज में श्रीकांत के मामले को लेकर अभी हलचल तेज है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों श्रीकांत त्यागी ने नोएडा में सेक्टर 93 की एक सोसाइटी में एक महिला को गालियां और धमकी दी थी। इसका वीडियो वायरल होने के बाद वह फरार हो गया था। बाद में उसके कुछ समर्थकों ने सोसाइटी में जाकर हंगामा भी किया, जिसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए ना सिर्फ उन लड़कों को गिरफ्तार किया बल्कि श्रीकांत पर भी 25000 का इनाम घोषित कर दिया गया। श्रीकांत पर एनएसए लगाया गया और उसके घर के बाहर अवैध निर्माण पर बुलडोजर भी चलाया गया।
मुख्यमंत्री से जांच कराने की मांग
नोएडा की ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में हुए विवाद को लेकर लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर द्वारा लिखे गए पत्र को सपा ने ट्वीट किया है। सपा ने मुख्यमंत्री को टैग करते हुए मामले की जांच की मांग की है। सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर के पत्र को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्रैक करते हुए ट्वीट किया है। सपा प्रवक्ता ने ट्वीट में लिखा है कि नोएडा में एक बड़े अफसर की बहुत चर्चा है। सपा प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री को टैग करते हुए लिखा है कि अब तो आपके विधायक पत्र लिखकर आरोप लगा रहे हैं। विधायक का आरोप है कि अधिकारी अपना हित साधने के लिए जान बूझकर जातीय तनाव पैदा सोने का काम भी कर रहे हैं।