बसंत पंचमी पर पीला कपड़ा ही क्यों पहना जाता है, जानें क्या है इसके पीछे का रहस्य

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नई दिल्ली : देशभर में 14 फरवरी को बसंत पंचमी मनाया जाएगा. इसे हम सरस्वती पूजा भी कहते हैं. यह हर साल माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को आती है. इस दिन स्कूलों और घरों में मां सरस्वती की पूजा की जाती है. बसंत पंचमी के दिन लोग घरों में ज्ञान, कला और संगीत की देवी सारदा की पूजा करते हैं और उनके लिए व्रत रखते हैं. इस खास दिन पर लोग पीले रंग के कपड़े पहनते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पीला रंग शुभ माना जाता है.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पीला रंग ऊर्जा और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. बसंत पंचमी के दिन से ठंड कम हो जाती है और वसंत ऋतु का आगमन होता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन पीले कपड़े पहनने से कुंडली में बृहस्पति की स्थिति मजबूत होती है.

ऐसा माना जाता है कि मां सरस्वती को पीले चावल बहुत पसंद हैं इसलिए इस दिन मीठे पीले चावल बनाकर मां को भोग लगाएं और पीले वस्त्र पहनकर मां सरस्वती की पूजा करें. मां की पूजा के बाद देवी सरस्वती को पीले चावल चढ़ाएं. इसके बाद प्रसाद को लोगों में बांट दें.

साइंस की माने तो पीला वास्तव में एक महत्वपूर्ण रंग है. यह हमारे मस्तिष्क को मजबूत बनाता है और हमें खुश महसूस करने में मदद करता है. जब हम पीला देखते हैं, तो हमारा शरीर सेरोटोनिन नामक एक विशेष हार्मोन रिलीज करता है, जो हमें कम तनाव महसूस करने में मदद करता है. पीला रंग हमें अधिक उत्साहित महसूस कराता है और हमारे मस्तिष्क को अच्छे से काम करने में मदद करता है. पीले फल और सब्जियां भी हमें कई बीमारी से बचाते हैं.

बसंत पंचमी के दिन क्यों पहनते हैं पीला रंग

– धार्मिक शास्त्रों के अनुसार बसंत पंचमी के दिन पीले रंग के कपड़े पहनने के पीछे कई मान्यताएं जुड़ी हैं. पीला रंग भगवान सूर्य देव को समर्पित है. जिस प्रकार सूर्य की किरणें अंधकार का विनाश करती हैं, उसी प्रकार पीला रं मनुष्य के हृदय में बसी बुरी भावना को नष्ट करता है. इसलिए इस दिन पीला रंग पहनना बहुत ही शुभ माना गया है.

– इसके अलावा, ज्योतिष शास्त्र में पीले रंग को बेहद शुभ रंग माना गया है. कहते हैं कि पीला रंग मनुष्य को मनोबल प्रदान करता है. साथ ही हर कार्य में सफलता प्रदान करता है. वहीं, हल्का पीला रंग व्यक्ति को बुद्धिहीन बनाता है.

-शास्त्रों के अनुसार पीला रंग ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक है. ये रंग सुख, शांति, अध्ययन, एकाग्रता और मानसिक बौद्धिक उन्नति का परिचायक माना गया है.

– कहते हैं कि पीला रंग उत्तेजित करता है. इतना ही नहीं, ये रंग ज्ञान की ओर प्रव्रत्ति उत्पन्न करता है. व्यक्ति के मन में नए-नए विचार पैदा होता है. इसलिए बसंत पंचमी के दिन पीला रंग पहनना शुभ माना जाता है.

– बता दें कि भगवान विष्णु का प्रिय वस्त्र भी पीला है जो कि असीम ज्ञान का प्रतीक है. इसके अलावा, भगवान श्री गणेश की धोती भी पीली होती है और सभी मंगल कार्यों में पीले रंग की धोती पहनना शुभ माना जाता है.

जानें बसंत पंचमी का महत्व

माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि मां सरस्वती को समर्पित है. इस दिन देशभर में बसंत पंचमी की पूजा की जाती है. बता दें कि हिंदू पंचांग के अनुसार बसंत पंचमी का त्योहार 14 फरवरी के दिन मनाया जाएगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बसंत ऋतु का स्वागत करने के लिए माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन मां सरस्वती और भगवान विष्णु, कामदेव की पूजा का विशेष महत्व होता है.

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