नई दिल्ली: शिव सेना के चुनाव चिह्न और नाम को लेकर उद्धव और शिंदे कैंप के बीच जंग के बीच आज का दिन अहम है। एकनाथ शिंदे कैंप चुनाव आयोग के पास आज अपनी पसंद के तीन नाम और चिह्न सौंपेगा। हालांकि इस बीच महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे ने रविवार को एक बार फिर विश्वास जताया कि उनके ग्रुप के पास शिवसेना प्रतिनिधियों का बहुमत है इसलिए, उन्हें ही शिवसेना का नाम और चिह्न मिलेगा। अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि शिंदे कैंप ने आगामी उपचुनाव के लिए तुरही, गदा और तलवार को चुनाव चिह्न के रूप में शॉर्टलिस्ट किया है। इससे पहले उद्धव ठाकरे कैंप ने चुनाव आयोग के पास अपनी तीन पसंद भेजी थी। जिसमें चिह्न के रूप में त्रिशूल और नाम के लिए शिवसेना बालासाहेब ठाकरे को प्रमुख रूप से वरीयता दी गई थी।
दरअसल, चुनाव आयोग ने शिंदे और उद्धव कैंप को सोमवार 10 अक्टूबर तक अपनी पार्टी के लिए नाम और चिह्न चुनने का वक्त दिया है। इसके लिए आयोग ने दोनों गुटों को 197 नामों और चिह्नों की लिस्ट सौंपी थी। सीएम शिंदे ने कहा कि वे पार्टी के तीन नामों और प्रतीकों की अपनी सूची सोमवार को दोपहर एक बजे से पहले चुनाव आयोग को सौंप सकते हैं।
शिंदे कैंप की बैठक में क्या हुआ
बीती शाम शिंदे कैंप की अहम बैठक हुई थी। जिसमें पार्टी के नाम और चिह्न पर मंथन किया गया। बैठक के दौरान हिंदुत्व की विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए आक्रामक चुनाव चिन्ह चुनने का सुझाव दिया गया। शिंदे कैंप के एक नेता ने कहा, “तुररी को प्रतीक के रूप में सबसे अधिक समर्थन प्राप्त हुआ है। हम तीन पार्टी नामों में बालासाहेब ठाकरे या आनंद दिघे के नाम शामिल कर सकते हैं। हालांकि यह अभी भी तय नहीं है कि हम अंधेरी (पूर्व) विधानसभा उपचुनाव लड़ेंगे या नहीं।”