नई दिल्ली : विश्व बैंक ने आंध्र प्रदेश में अमरावती शहर के विकास के लिए 800 मिलियन अमरीकी डॉलर (करीब 6720 करोड़ रुपये) के ऋण को मंजूरी दी है। भारत के पूर्वी तट के साथ एक अच्छी तरह से जुड़े क्षेत्र में स्थित, अमरावती एक व्यापक महानगरीय क्षेत्र का हिस्सा होगा जिसमें दो शहर विजयवाड़ा और गुंटूर शामिल हैं। अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान विश्व बैंक के एक बयान के अनुसार, अमरावती एकीकृत शहरी विकास कार्यक्रम का उद्देश्य आंध्र प्रदेश में एक अच्छी तरह से प्रबंधित और जलवायु को ध्यान में रखकर बनाए गए शहर की स्थापना करना है। भारत के लिए विश्व बैंक के कंट्री डायरेक्टर ऑगस्टे तानो कौमे ने कहा कि विश्व बैंक शहर के संस्थानों और बुनियादी ढांचे के डिजाइन का समर्थन करने के लिए वैश्विक विशेषज्ञता लाएगा जो आर्थिक अवसर पैदा कर सकते हैं।
कौमे ने कहा, “2050 तक भारत की शहरी आबादी दोगुनी होकर 95 करोड़ होने की उम्मीद है, भारत का लक्ष्य विकास केंद्रों के रूप में टिकाऊ और रहने योग्य शहरों का निर्माण करना है, और अमरावती को इस दिशा में एक मॉडल शहर में विकसित किया जा सकता है। यह शहर एक रोमांचक अवसर प्रदान करता है।”
वर्तमान में, अमरावती क्षेत्र में लगभग एक लाख लोग रहते हैं, और अगले दशक में जनसंख्या में कई गुना वृद्धि होने की उम्मीद है। सरकार ने एक मास्टर प्लान तैयार किया है जो 2050 तक 35 लाख लोगों को समायोजित कर सकता है। विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक शहर के विकास के पहले चरण का समर्थन कर रहे हैं। विश्व बैंक ने कहा कि वित्तपोषण से निजी क्षेत्र के निवेश के रूप में भी 600 मिलियन डॉलर से अधिक की मदद मिल सकेगी।