नई दिल्ली: हरियाणा में चल रही शीतलहर और तेजी से तापमान में गिरावट की वजह से हरियाणा, पंजाब, दिल्ली व एनसीआर के लोग ठंड में कांप रहे हैं। हिसार का तापमान 0.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। जो इस सीजन में अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। इस वजह से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पिछले एक सप्ताह मनाली और शिमला भी कड़ाके की ठंड में गुजरा है। ऐसे में अब 14 जिले इस ठंड की चपेट में आ गए हैं। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि 20 दिसंबर तक प्रदेश में ठंड का दायरा घट सकता है, लेकिन खत्म नहीं होगा।
हरियाणा के कई जिलों में भारी गिरावट
मौसम विभाग के अनुसार, कई शहरों में पाला पड़ने का असार है। सोमवार सुबह पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र व कैथल के देहात में कोहर की चादर रही। दृश्यता 25 से 30 मीटर दर्ज की गई। हालांकि, कुछ अलग-अलग शहरों में कोहरे की धुंध चादर से राहत देखने को मिली है। लेकिन मौसम विभाग ने दावा किया है कि अभी धुंध के बजाय शीतलहर का प्रभाव ज्यादा देखने को मिल रहा है। लेकिन एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है। हालांकि, इससे किसी महत्वपूर्ण मौसमी गतिविधि की उम्मीद नहीं है। जहां उत्तर के मैदानी इलाकों में चल रही ठंडी हवाओं को कम कर सकती है तो वहीं न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी भी हो सकती है।
14 जिलों में कोल्ड वेव का यलो अलर्ट
मंगलवार को मौसम विभाग ने प्रदेश के 14 जिलों में शीतलहर और कोल्ड वेव का यलो अलर्ट जारी किया है। जिसमें से कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी के नाम शामिल है। लेकिन शीतलहर के चलते रात के तापमान में अभी गिरावट हो सकती है। पिछले एक सप्ताह के अंदर लगातार बदलाव के चलते रात का तापमान तेजी से नीचे गिर रहा है। प्रदेश में हिसार 0.6 डिग्री रात का तापमान सीजन का सबसे न्यूनतम है।
धूप के कारण लोगों को मिल सकती है राहत
भारत मौसम विभाग का मानना है कि उत्तर व उत्तर पश्चिमी ठंडी हवाएं चलने से रात के तापमान में गिरावट हुई है। लेकिन इसका ज्यादा असर नहीं हुआ। हालांकि, 19 दिसंबर तक शीतलहर चल सकती हैं और इससे रात के तापमान में और ज्यादा गिरावट हो सकती हैं। दूसरी ओर दिन के वक्त धूप खिलने के कारण लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है।