भोपाल: मध्य प्रदेश में वर्षा का दौर निरंतर जारी है तथा फिलहाल इसके कम होने की संभावना दिखाई नहीं दे रही है। लिहाजा कुछ जिलों में सामान वर्षा देखी गई है, मगर राज्य के अधिकतर जिलों में मानसूनी वर्षा ने अपना प्रभाव दिखाया है। विंध्य संभाग को छोड़ दिया जाए तो तकरीबन प्रत्येक संभाग में अच्छी वर्षा देखने को मिली है। छिंदवाडा, बालाघाट औप भिंड जिले में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है।
मौसम विभाग ने राज्य के 15 से अधिक जिलों में मध्यम से भारी वर्षा का येलो अलर्ट भी जारी किया है। इन जिलों में वर्षा के साथ वज्रपात की भी आशंका जताई गई है। बीते कुछ दिनों से मानसून कमजोर होता भी दिखा है। केवल राज्य के कुछ भागों को छोड़ दिया जाए तो वर्षा अधिक देखने को नहीं मिली है। राज्य के ऊपर से गुजर रही मानसूनी ट्रफ लाइन की वजह से कुछ स्थानों पर वर्षा के आसार बन सकते हैं। मध्य प्रदेश के कई जिलों में मौसम विभाग ने वर्षा की संभावना जताई है, जिसमें छिंदवाडा, बालाघाट एवं भिंड जिले में भारी वर्षा के आसार है। साथ ही यहां वर्षा के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है। इसके अतिरिक्त नर्मदापुरम और उज्जैन संभागों के जिलों के साथ जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, सीहोर, राजगढ़, बुरहानपुर, खंडवा, इंदौर एवं गुना जिलों में मध्यम से भारी वर्षा के आसार है।
आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में इंदौर जिले में सबसे अधिक वर्षा देखने को मिली है। इंदौर में 6।4 मिमी, जबकि गुना और छिंदवाड़ा में 1 मिमी वर्षा हुई। इसके अतिरिक्त उज्जैन में हल्की बूंदाबांदी देखने को मिली। राजधानी भोपाल में अलसुबह तेज वर्षा हुई जो कुछ देर में बंद हो गई, तत्पश्चात, उमस ने लोगों को खासा परेशान किया। मौसम विभाग के मुताबिक, अब पूर्वी मध्य प्रदेश में रेनफॉल एक्टिविटी बढ़ेगी, मगर पश्चिमी मध्य प्रदेश में मानसूनी गतिविधियों में कमी देखने को मिल सकती है।