जेरुसलम (Jerusalem)। यमन के हूती विद्रोहियों (Yemen’s Houthi rebels) ने जहाज के अपहरण (hijacking Israeli Ship) की एक वीडियो जारी की। वीडियो के साथ विद्रोहियों ने संदेश दिया कि जब तक इस्राइल (Israel) गाजा में युद्ध पर रोक नहीं (not stop war in Gaza) लगा देता, तब तक वे ऐसे ही जहाजों का अपहरण करते रहेंगे। बता दें, एक दिन पहले विद्रोहियों ने दक्षिण सागर (South Sea) में इस्राइल के एक जहाज का अपहरण (hijacking Israeli Ship) कर लिया था, जिसके बाद इस्राइल ने साफ किया कि जहाज में एक भी इस्राइली नागरिक नहीं है। बता दें, जहाज भारत की ओर जा रहा था।
वीडियो में क्या है
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हूती विद्रोहियों ने सोमवार को जहाज गैलेक्सी लीडर के अपहरण का एक कथित वीडियो जारी किया। वीडियो दो मिनट लंबी है। इसमें दिख रहा है कि विद्रोही एक हेलीकॉप्टर से आए और जहाज के डेक पर उतर गए। डेक पर आते ही विद्रोहियों ने नारे लगाए और अंधाधुंध गोलिया चलाईं। इसके बाद विद्रोही जहाज के अंदर घुसे और व्हीलहाउस और नियंत्रण केंद्र पर कब्जा कर लिया। वीडियो में दिख रहा है कि क्रू सदस्य हैरत में हैं और हाथ ऊपर खड़े खड़े हैं।
हूती अधिकारियों का कड़ा संदेश
हूती प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुल-सलाम ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है। हमने वादा किया था कि इस्राइल जब तक गाजा में अपने अभियान पर लगाम नहीं लगाता, तब तक इस तरह के समुद्री हमले बंद नहीं होंगे। हूती सैन्य अधिकारी मेजर जनरल अली अल-मोशकी ने कहा कि इजरायली जहाज हमारे लिए वैध लक्ष्य हैं फिर चाहे वह कहीं भी हो। हम कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे।
ब्रिटिश कंपनी जहाज की मालिक
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जहाज में बहामास का झंडा लगा हुआ था। जहाज में यूक्रेन, बुल्गारिया, फिलिपींस और मेक्सिको सहित अलग-अलग देशों के लगभग 25 सवार थे। जहाज का स्वामित्व एक ब्रिटिश कंपनी के पास है, जो आंशिक रूप से इस्राइली टाइकून अब्राहम उंगर से जुड़ी हुई है। जहाज जिस समय हाईजैक हुआ उस समय जहाज को एक जापानी कंपनी को पट्टे पर दिया गया था।
नेतन्याहू ने ईरान पर लगाए आरोप
अपहरण के बाद इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया था कि जहाज हाईजैक किया जाना ईरान की तरफ से अंजाम दी गई एक और आतंकी वारदात है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि ईरान दूसरे देशों के नागरिकों के खिलाफ अपनी आक्रामकता दिखा रहा है। जहाज गुजरने के वैश्विक रास्तों की सुरक्षा के कारण ईरान की यह कार्रवाई के गंभीर परिणाम होंगे। ईरान ने इस्राइल के आरोपों को खारिज कर दिया है।