लखनऊ: मानव विकास के साथ ही समाज में आर्थिक प्रगति सदियों से रही है। ज्यों-ज्यों समाज आगे बढ़ता गया, उसकी आर्थिक गतिविधियॉ भी बढ़ती रहीं। आधुनिक समाज के इस वैज्ञानिक एवं तकनीकी युग में अर्थवाद हर स्तर पर हावी है। आज माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ाकर उन्हें रोजगार से लगाने के लिए उत्सुक रहते हैं। आज के युवा पढ़-लिखकर सरकारी, गैर सरकारी, प्राइवेट नौकरी या स्वयं का व्यवसाय, उद्योग, दुकान आदि लगाकर आत्मनिर्भर होने पर ही अपने को पूर्ण मानते हैं।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी युवाओं/युवतियों को रोजगार के लिए हर स्तर पर सहयोग दे रहे हैं। शासकीय सेवाओं की नौकरियों के लिए प्रतियोगी परीक्षायें समय से कराते हुए सफल अभ्यर्थियों को समय से नियुक्ति दी जा रही है। शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों की भारी संख्या में नियुक्ति की गई है। माध्यमिक शिक्षा के शिक्षकों की भर्ती निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढ़ंग से अगस्त, 2021 में परीक्षा, अक्टूबर में रिजल्ट एवं नवम्बर, 2021 के अन्त में अंतिम परीक्षा परिणाम घोषित कर दिसम्बर, 2021 में सफल शिक्षकों को नियुक्ति दे दी गई जो माध्यमिक शिक्षा की सबसे तेज और सफल नियुक्ति रही। इस नियुक्ति से अभ्यर्थियों द्वारा सरकार की प्रसंसा भी की गई।
पुलिस विभाग की भर्ती, उ0प्र0 अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड द्वारा सभी विभागों की निरीक्षक व अन्य पदों की भर्ती समय से कराते हुए सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के अब तक के कार्यकाल में निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से सफल प्रदेश के 5 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियॉ देते हुए प्रदेश के विकास एवं जनता की सेवा में लगाया गया है। जिन विभागों में तृतीय/चतुर्थ श्रेणी के कार्मिकों की कमी पाई गई, उन विभागों में उस पद की योग्यता के युवाओं/युवतियों को संविदा के आधार पर नौकरी दी गई है। प्रदेश सरकार ने प्रदेश के विभिन्न सरकारी विभागों में 3.50 लाख से अधिक संविदा कर्मियों को नियुक्ति प्रदान की है।
प्रदेश सरकार युवाओं को तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार/रोजगार लगाने पर विशेष बल दे रही है। विभिन्न तकनीकी संस्थाओं में शिक्षा देने के अतिरिक्त लगभग 10 लाख से अधिक युवाओं/युवतियों को कौशल विकास मिशन के अंतर्गत प्रशिक्षण दिया गया है। जिनमें 4.25 लाख से अधिक युवाओं को नौकरियों से जोड़ा गया है। प्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निजी क्षेत्र में निवेश प्रोत्साहन के माध्यम से रोजगार से लगाया जा रहा है। विभिन्न तकनीकी शिक्षा, प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को निजी क्षेत्र में नौकरियों के लिए रोजगार मेलों का आयोजन लगातार किया जा रहा है। इन रोजगार मेलों में विभिन्न कम्पनियों के प्रतिनिधि आते है और अपनी आवश्यकतानुसार अभ्यर्थियों का चयन करते हुए अपनी कम्पनी में नौकरी देते हैं। प्रदेश सरकार की सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम स्थापित करने की नीति के अंतर्गत प्रदेश में लगभग 3.98 लाख उद्यम इकाईयॉ पंजीकृत हुई हैं। इन उद्यम इकाइयों एवं निजी क्षेत्र में 2 करोड़ से अधिक युवाओं को रोजगार मिला हैं। प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स उद्योग नीति के अंतर्गत गत 5 वर्षों में 40 हजार करोड़ रूपये के निवेश हुए है और इन क्षेत्रों में 04 लाख से अधिक युवाओं हेतु रोजगार का सृजन हुआ है।
प्रदेश सरकार की ’’एक जनपद एक उत्पाद’’ योजना सभी जिलों में संचालित है। इस योजना के उत्पाद राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में सफल रहा है। आज इस योजना के विभिन्न उत्पादों में प्रदेश के 25 लाख युवाओं को रोजगार मिला है। प्रदेश में विभिन्न निवेश परियोजनायें शुरू हो गई है, इन परियोजनाओं में प्रदेश के लगभग 5 लाख युवाओं को रोजगार मिला है। प्रदेश सरकार के स्टार्ट-अप नीति के तहत काफी लोग अपना उद्यम आरम्भ कर दिये हैं। इन स्टार्ट-अप नीति के अंतर्गत प्रदेश के 5 लाख लोगों को रोजगार से जोड़ा गया है। प्रदेश सरकार विकास के हर क्षेत्र में लोगांे को रोजगार से जोड़ रही है। प्रदेश सरकार ने प्रदेश की समस्त ग्राम पंचायतों में एक-एक पंचायत सहायक/लेखाकार, सह-डाटाएण्ट्री आपरेटर को ग्राम सचिवालय में नियुक्त करने की व्यवस्था की है। इसके अंतर्गत 56436 पंचायत सहायकों का चयन किया गया है।
प्रदेश सरकार पुरूषों के अतिरिक्त महिलाओं को भी रोजगार से जोड़ते हुए महिला सशक्तीकरण के लिए ठोस कदम उठाये हैं। आज प्रदेश की महिलायें स्वरोजगार स्थापित करते हुए आत्मनिर्भर बन रही है। प्रदेश में 10 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है। इन समूहों के माध्यम से प्रदेश की एक करोड़ महिलाओं को रोजगार मिला है। इसके साथ ही प्रदेश की 58758 महिलायें बैंकिंग कॉरेस्पोडेंट (बी0सी0) सखी के रूप में चयनित होकर बैंकिंग सेवा गॉवों में घर-घर दे रही है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों मंे मनरेगा के अंतर्गत करोड़ों मानव दिवस का सृजन कर रोजगार दिया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी युवाओं को हर क्षेत्र में रोजगार से लगाने के लिए तत्पर है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले प्रतिभागियों/छात्र-छात्राओं को परीक्षा की तैयारी करने के लिए हर जिले में ’’मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना’’ लागू की है, जिसके अंतर्गत प्रत्येक जिले में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु छात्र-छात्राओं को निःशुल्क कोचिंग के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है। इसके साथ ही विभिन्न उद्यम स्थापित कर स्वरोजगार हेतु ’’उद्यम सारथी एप’’ के माध्यम से पूरी जानकारी दी जा रही है। प्रदेश सरकार रोजगार देने में अव्वल रहते हुए कीर्तिमान स्थापित किये हैं।