लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार गौ तस्करों के खिलाफ सख्ती से निपटेगी. प्रदेश सरकार ने साल 2017 से ऐसे अपराध को अंजाम देने वाले फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया है. इसके अलावा पिछले एक दशक में ऐसे अपराधों में लिप्त रहे आरोपियों की हिस्ट्रीशीट भी खोली जाएगी. उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक देवेंद्र सिंह चौहान ने इस बाबत पिछले सप्ताह आदेश जारी किया. इसमें गौ तस्करों की संपत्ति जब्त करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही पुलिस को गौ तस्करी के मामलों में ठोस केस तैयार करने का निर्देश दिया गया है, ताकि तस्कर जमानत पर जेल से बाहर न आ सकें.
पुलिस महानिदेशक ने पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिया ह कि गौ तस्करों के खिलाफ पुख्ता केस बनाया जाए, ताकि उन्हें जमान न मिल सके और अदालत में ऐसे तस्कर दोषी ठहराए जा सकें. डीजीपी ने पिछले एक दशक में हुए गौ तस्करी के मामलों का अध्ययन कर ऐसे अपराधों से निपटने के लिए नई रणनीति बनाने की भी बात कही है. साथ ही वैसे जगहों की पहचान करने को कहा गया है, जहां गौ तस्करी के मामले सबसे ज्यादा आते हैं या आ रहे हैं. पुलिस को तस्करों की गिरफ्तारी के लिए रात में छापा मारने को भी कहा गया है.