अयोध्या । अयोध्या में (In Ayodhya) राम जन्मभूमि के निकास मार्ग (Exit Route of Ram Janmabhoomi) की 36 दुकानों (36 Shops) को योगी सरकार के बुलडोजर (Yogi Government’s Bulldozer) ने तोड़ दिया (Broke) । प्रशासन की इस कार्रवाई के दौरान काफी गहमागहमी का माहौल बना रहा । पीड़ित दुकानदारों का आरोप है कि जिला प्रशासन ने बिना किसी जानकारी के दुकानों को तोड़ दिया है और प्रशासन के लोग सामान उठा ले गए।
जिला प्रशासन के अधिकारियों ने दुकानदारों के इन आरोपों को निराधार बताया है। अधिकारियों का कहना है कि बीते कई दिनों से भक्ति पथ मार्ग बनाए जाने के लिए चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। इसको लेकर जानकारी पहले दी गई थी, लेकिन उसके बाद भी दुकानों को खाली नहीं किया गया। अधिकारियों ने बताया कि कई बार चेतावनी के बाद देर रात सभी दुकानों का सामान सुरक्षित मालखानें में जमा किया है, साथ ही शासन की मंशा के अनुरूप स्थानों को खाली कराया गया है। वही यह भी जानकारी दी गई है कि यह स्थान नजूल भूमि का है, वहीं दुकानदार इस भूमि पर विवाद का मामला न्यायालय में लंबित होने का दावा कर रहे हैं।
बता दें, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के भव्य निर्माण के साथ तीन प्रमुख मार्गों के चौड़ीकरण का कार्य भी तेजी के साथ शुरू हो गया है। प्रशासन का दावा है कि मंदिर निर्माण पूर्ण होने के बाद लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या आएंगे। जिसको देखते हुए सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। योजना के तहत तीन प्रमुख मार्ग, जन्मभूमि, भक्ति पथ, राम पथ का निर्माण कराया जा रहा है। इसी को देखते हुए भाग्य पार्क मार्ग निर्माण के लिए रामगुलेला पर भी बनी दुकानों को तोड़ा गया है।
स्थानीय दुकानदारों का आरोप है कि 15 दुकानों के स्वामियों ने जिला प्रशासन को सहमति पत्र दे दिया था। इसके बदले में दुकानदारों को विकास प्राधिकरण के कांपलेक्स में दुकाने आवंटित करने के लिए भरोसा दिया गया था, जबकि अन्य दुकानदारों का दावा है कि काफी लंबे समय से रामगुलेला मंदिर से विवाद चल रहा है। कोर्ट से स्टे है। उसके बावजूद प्रशासन ने कार्रवाई की है।