वैश्विक मंच पर हुई भारत के सामर्थ्य की पहचान: योगी

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लखनऊ: वैश्विक मंच पर भारत के सामर्थ्य की पहचान हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में नया विश्वास जागृत हुआ है। आज वैश्विक समुदाय भी भारत को नजरअंदाज कर कोई निर्णय नहीं कर सकता। यह भारत के सामर्थ्य की कसौटी है। यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 72वें जन्मदिवस पर कहीं। वे इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में सूचना विभाग की ओर से लगाई गई प्रदर्शनी “कहानी भारत माँ के सच्चे सपूत की” के अवलोकन के उपरांत लोगों को संबोधित कर रहे थे।

सीएम योगी ने कहा कि साढ़े 8 वर्ष में भारत की विकास यात्रा का शुभारंभ काशी से देख सकते हैं। काशी के लोकप्रिय सांसद के रूप में इस यात्रा को बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री ने देश का सर्वांगीण विकास किया। आजादी के समय महापुरुषों ने जिस भारत का सपना देखा था, वह आज पूर्ण होता दिख रहा। आज जनभागीदारी के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन देखा जा रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव पर राष्ट्र को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि सामर्थ्य मूलम, स्वातंत्र्यम, श्रममूलम च वैभवम यानी सामर्थ्यवान ही स्वतंत्रता की रक्षा कर सकता है और श्रम शक्ति के बल पर वैभवशाली बन सकते हैं। सामर्थ्य वान वही बन सकता, जहां एकता होगी। जहां पंच प्रण के साथ जुड़ने का संकल्प होगा।

पंच प्रण विकसित भारत के निर्माण का, विरासत के प्रति सम्मान का, आपसी एकता का, कर्तव्यों के प्रति ईमानदारी का, हर व्यक्ति प्रयास करे। आत्मनिर्भर भारत के परिकल्पना को साकार करने के लिए शिल्पकारों व कारीगरों ने जो किया, उसमें श्रेष्ठता का भाव कैसे हो, देश के निर्यात को बढ़ाने का सामर्थ्य हो और आयात को कम से कम करके विदेशों पर निर्भरता न्यूनतम कर सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 8 वर्ष में प्रधानमंत्री ने अनेक कार्यक्रम प्रारंभ किये। प्रधानमंत्री स्टार्टअप, स्टैंड अप, डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, मुद्रा योजना, किसान सम्मान निधि, कृषि सिंचाई, फसल बीमा, किसान बीमा, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम, मातृ वंदना आज देश के सामने हैं। समाज के हर तबके को ध्यान में रखकर बनी योजनाएं जनधन से शुरू होकर आयुष्मान भारत तक भेदभाव रहित होकर आमजन को लाभ पहुंचा रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना में सभी देशों का अनुशासन डगमगा गया। सिर्फ भारत में ही कोरोना कर्फ्यू में पूरा देश प्रधानमंत्री के साथ जुड़ा दिखा। लॉकडाउन का अनुशासन से पालन सिर्फ भारत में हुआ। भारत ने रेवड़ी नहीं बांटी, लेकिन जरूरत पड़ने पर 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन व 200 करोड़ से अधिक फ्री वैक्सीन उपलब्ध कराई। सबसे बड़ी आबादी होने के बावजूद भारत कोरोना में डगमगाया नहीं बल्कि धैर्य व मजबूती से आगे बढ़ता रहा। इसका श्रेय प्रधानमंत्री जी को जाता है। उनके नेतृत्व में देश बढ़ रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव से जब हम जुड़े हैं तो ब्रिटेन को पछाड़कर भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना। सभी को प्रधानमंत्री के अमृतकाल के साथ आगे बढ़ना चाहिए। सीएम ने चित्र प्रदर्शनी के लिए सूचना विभाग को बधाई दी। अंत में मुख्यमंत्री ने कई लोगों को मोदी@20 पुस्तक भेंट की।
सेवा पखवाड़ा में उत्तर प्रदेश रहेगा अव्वल

मुख्यमंत्री ने आशा जताई कि प्रधानमंत्री के जन्मदिवस से शुरू सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत रक्तदान में उत्तर प्रदेश अव्वल रहेगा। इस दौरान जन आरोग्य मेला भी लगेगा। हर तिथि पर अनेक कार्यक्रम होंगे। सूचना विभाग की ओर से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के सेटर्न हॉल में यह छायाचित्र प्रदर्शनी आम लोगों के लिए 22 सितंबर तक चलेगी।

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