आपको भी किराए पर चाहिए पार्टनर… यहां किराए पर मिल रहे बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड!

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नई दिल्ली: किराए पर घर, किराए पर शादी का जोड़ा सुना होगा, लेकिन किराए पर पार्टनर भी मिलेगा यह नहीं सुना होगा। हालांकि, एक ऐसा देश जहां के शादी के झंझट से छुटकारा पाने के लिए अजीबोगरीब समाधान ढूंढ निकाला है। दरअसल, बढ़ती उम्र के साथ परिवार के दबाव में शादी करना मजबूरी हो जाती है। ऐसे में इस देश के लोग परिवार और रिश्तेदारों को खुश करने के लिए किराए पर पार्टनर हायर कर रहे हैं।

जी हाँ हाल ही में वियतनाम से इस ट्रेंड को लेकर एक दिलचस्प रिपोर्ट सामने आई है। जहां लोग अपने माता-पिता को खुश करने के लिए गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड हायर कर रहे हैं।वियतनाम की 30 वर्षीय पेशेवर महिला रिश्ते की तलाश में है। उसके माता-पिता उस पर शादी करने के लिए दबाव डाल रहे थे क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी इस उम्र में अकेली रहे। महिला ने इस समस्या का अनोखा समाधान निकाला और एक ब्वॉयफ्रेंड को नौकरी पर रख लिया।

रिपोर्ट के मुताबिक, वियतनाम में एक गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड को एक हफ्ते के लिए किराए पर लेने का खर्च करीब 100 अमेरिकी डॉलर (करीब 8,000-9,000 रुपये) है। अगर यह एक महीने के लिए है तो इसकी कीमत 16,000-24,000 रुपये तक हो सकती है।

नौकरी के रूप में ब्वॉयफ्रेंड किराए पर देना

इस प्रथा ने एक छोटा सा उद्योग भी जन्म लिया है। 25 वर्षीय ह्यि तुआन एक पेशेवर ब्वॉयफ्रेंड हैं, जो विभिन्न ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। वह कहते हैं, “मुझे जिम जाना होता है, गाने की ट्रेनिंग लेनी होती है, खाना बनाना, तस्वीरें खींचना और बातचीत करने के कौशल पर काम करना होता है ताकि मैं अपने ग्राहकों की अपेक्षाओं पर खरा उतर सकूं।”

वियतनाम के पत्रकारिता और संचार अकादमी की शोधकर्ता गुयेन थान्ह ना ने कहा, “अगर यह बात उजागर हो जाती है तो परिवारों को गहरे भावनात्मक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है और विश्वास खो सकता है। इसके अलावा, वियतनाम में एक पार्टनर किराए पर लेना कानूनी रूप से सुरक्षित नहीं है, इसलिए महिलाओं को विशेष रूप से सतर्क रहना चाहिए।”

यह चलन क्यों बढ़ रहा है?
विशेषज्ञों के मुताबिक, शादी के बंधन से अलग सोच के कारण गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड रखने का चलन बढ़ रहा है। जहां पहले लोग रिश्तों को एक स्थायी और भावनात्मक संबंध के रूप में देखते थे, वहीं अब वे इसे एक आर्थिक और सामाजिक आवश्यकता के रूप में देखते हैं। दीर्घकालिक रिश्तों के लिए प्रतिबद्ध होने के बजाय, लोग अस्थायी और सुविधाजनक रिश्तों की ओर बढ़ रहे हैं, जहां उम्मीदें कम होती हैं।

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