नई दिल्ली: सनातन धर्म में ज्योतिष शास्त्र का महत्वपूर्ण स्थान है। इस शास्त्र के माध्यम से आने वाले कल का पता चल जाता है। ज्योतिषियों की मानें तो कुंडली देखकर भविष्य की गणना की जाती है। वहीं, बुरे समय के संकेत व्यक्ति को पूर्व से मिलने लगते हैं। ये संकेत इशारा करता है कि आपका बुरा समय शुरू होने वाला है। इससे घर में गरीबी दस्तक देती है। साथ ही घर में कलह की स्थिति पैदा होती है। आइए, इन संकेतों के बारे में जानते हैं-
-देर रात जानवरों जैसे कुत्ते और बिल्ली का रोना सही नहीं होता है। अगर आपके घर के आसपास कुत्ते या बिल्ली रोते हैं, तो ये संकेत है कि आपके बुरे दिन शुरू होने वाले हैं। आप किसी मुसीबत में फंसने वाले हैं। शिव जी की भक्ति से आने वाली मुसीबत को टाल सकते है।
-ऐसा देखा जाता है कि कभी कभार हवा या फिर बाती की वजह से पूजा करते समय दिया बुझ जाता है। हालांकि, बार-बार दिया बुझना शुभ नहीं होता है। ये संकेत है कि आपके जीवन में विषम परिस्थिति पैदा होने वाली है। कोई बड़ी मुसीबत आपके जीवन में आने वाली है।
-स्वर्ण यानी सोना खरीदने से घर में सुख और समृद्धि आती है। वहीं, सोना गुम होना शुभ नहीं होता है। अगर सोना गुम होता है, तो ये संकेत है कि आने वाले समय में आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
-कभी कभार हाथ से छूटने की वजह से शीशा या कांच का सामान टूट जाता है, लेकिन बार-बार शीशा गिरकर टूटना शुभ नहीं होता है। ये संकेत है कि आपके घर जल्द मुसीबत दस्तक देने वाली है। किसी बड़ी मुसीबत से आपका सामना होने वाला है। ये गरीबी के भी संकेत है।
-सनातन धर्म में तुलसी के पौधे का विशेष महत्व है। हालांकि, घर में लगा तुलसी के पौधे का अचानक सूखना शुभ नहीं होता है। ये आर्थिक तंगी यानी गरीबी के संकेत है। इसका मतलब यह है कि आपके घर गरीबी दस्तक देने वाली है।