नई दिल्ली। 19 सितंबर 2007, टी20 वर्ल्ड कप का एक ऐसा लम्हा जब एक खिलाड़ी को नया नाम मिला, उनके नाम के साथ नई उपलब्धि जुड़ी और टीम इंडिया का यह बल्लेबाज वर्ल्ड क्रिकेट के लिए बन गया सिक्सर किंग जिन्होंने एक ऐसे गेंदबाज को ओवर में 6 छक्के जड़े जो वर्तमान में टेस्ट क्रिकेट का वन ऑफ द फाइनिस्ट बॉलर है। आज से ठीक 15 साल पहले डरबन के मैदान पर युवराज ने वो किया जो इंटरनेशनल क्रिकेट में शायद ही कभी होता है। युवराज की 16 गेंदों पर 58 रनों की इस तूफानी पारी का ही कमाल था जब टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड के सामने 4 विकेट खोकर 218 रन बनाए और फिर इंग्लैंड को 200 रनों पर रोक दिया और मैच 18 रनों से जीत लिया।
18 ओवर में टीम इंडिया 3 विकेट गंवाकर 171 रन बना चुकी थी। 19वां ओवर स्टुअर्ट ब्रॉड के हाथ में था लेकिन युवराज के मन में कुछ और ही चल रहा था। युवराज ने ब्रॉड के इस ओवर में 6 गेंदों पर 6 छक्के लगाए और 19 ओवर के बाद टीम का स्कोर 207 रन तक पहुंचा दिया। उन्होंने मैदान के हर कोने में रन मारे। ब्राड भले ही आज वन ऑफ द बेस्ट टेस्ट गेंदबाज हो लेकिन युवराज के खिलाफ यह ओवर वह जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे।
इस ओवर में युवराज की आतिशी पारी ने न केवल क्रिकेट फैंस को हक्का-बक्का कर दिया बल्कि एक ही ओवर में 3-3 रिकॉर्ड बना डाले। युवराज सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट में ऐसा करने वाले पहले बल्लेबाज बने। हालांकि रवि शास्त्री के नाम भी यह कारनामा है लेकिन उन्होंन घरेलू क्रिकेट में यह मुकाम हासिल किया था जबकि युवराज ने इंटरनेशनल क्रिकेट में इसे हासिल किया। बाद में 2021 में कीरोन पोलार्ड ने भी श्रीलंका के खिलाफ 6 गेंदों पर 6 छक्के लगाए।
युवराज ने केवल 12 गेंदों पर अपनी हाफ सेंचुरी पूरी की और टी20 में सबसे तेज फिफ्टी लगाने वाले बल्लेबाज बन गए। उन्होंने 3 चौकों और 6 छक्कों की मदद से यह मुकाम हासिल किया। इस ओवर में युवराज ने 36 रन बनाए और किसी एक ओवर में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए। हालांकि बाद में वेस्टइंडीज के विस्फोटक बल्लेबाज कीरोन पोलार्ड ने इस स्कोर की बराबरी की जब 2021 में उन्होंने अकीला धनंजय के ओवर में 6 छक्के लगाए। आज भी इस ओवर को याद करके फैंस रोमांच से भर जाते हैं।