उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाले फाइटर जेट मिराज (Miraj Fighter Jet) के पहिए चोरी होने का मामला सामने आया है. हालांकि इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. लेकिन पुलिस और सेना पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है. जाकनारी के मुताबिक मिराज के पांच पहिए व अन्य सामान ट्रेलर से बीकेटी स्थित एयरफोर्स सेंट्रल कमांड स्टोर से जोधपुर भेजा जा रहा था और इस दौरान पांच पहिए चोरी हो गए. वहीं इस घटना की सूचना पर पुलिस और एयरफोर्स के अफसरों में हड़कंप मच गया और चालक की शिकायत पर आशियाना कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई. वहीं जोधपुर पहुंचने पर चालक को एयरफोर्स ने हिरासत में ले लिया.
दरअसल सेंट्रल एयरफोर्स कमांड स्टेशन बख्शी का तलाब में है और इस एयरबेस से फाइटर जेट मिराज के पांच टायर जोधपुर एयरबेस भेजे जा रहे थे. इसके साथ ही ट्रेलर में अन्य सामान भी था. ये ट्रेलर सेना का सामान लेकर जा रहा 27 नवंबर की रात करीब दो बजे टायर लेकर जा रहा था. वहीं चालक अजमेर निवासी हेम सिंह रावत के अनुसार वह शहीद से जा रहा था और रास्त में आशियाना कोतवाली क्षेत्र में स्थित एक होटल के पास जाम लग गया और ट्रेलर जाम में ही फंस गया.
हेम सिंह रावत का कहना है कि ट्रेलर के पीछे एक काले रंग की स्कॉर्पियो चल रही थी और चालक के अनुसार स्कॉर्पियो से दो लोग नीचे उतर गए थे. जब ट्रेलर जाम में रुका तो इन लोगों ने पीछे बंधी रस्सी को काट दिया और टायर को चोरी कर लिया. हेम सिंह ने यह भी बताया कि जाम की वजह से वे स्कॉर्पियो कार का पीछा नहीं कर सके और आसपास जाम में फंसे अन्य लोगों ने इस बारे में बताया. इसके बाद उन्होंने कंट्रोल रूम-112 पर सूचना दी.
हेम सिंह बाकी चार टायर लेकर जोधपुर एयरफोर्स स्टेशन पहुंचे और वहां एयरफोर्स की सुरक्षा एजेंसियों ने उसे हिरासत में ले लिया. अधिकारियों का कहना है कि वह कई सालों से सेना में नौकरी कर रहे हैं. जबकि लड़ाकू विमानों के कुछ हिस्से अपने ट्रेलर से ही एक जगह से दूसरी जगह भेजे जाते हैं और वह सेना के स्टेशन और बेस कैंप परिसर में भेजे जाते हैं. वहीं सेना पुलिस इस बात का पता कर रही है कहीं ये किसी दुश्मन की साजिश तो नहीं.